हाउसिंग एजेंसी की टीवी स्क्रीन पर चला फेक वीडियो: ट्रंप को मस्क के पैर चूमते दिखाया, मचा बवाल!

हाउसिंग एजेंसी की टीवी स्क्रीन पर चला फेक वीडियो: ट्रंप को मस्क के पैर चूमते दिखाया, मचा बवाल!
Breaking news: वॉशिंगटन, डी.सी. अमेरिका में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यूएस हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट (HUD) की टीवी स्क्रीन पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला व स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क का फर्जी वीडियो अचानक चलने लगा, जिससे पूरे कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। इस वीडियो ने सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस एआई-जेनरेटेड डीपफेक वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप को टेक बिलेनियर एलन मस्क के पैर चूमते हुए दिखाया गया। वीडियो में ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो ट्रंप, मस्क से किसी महत्वपूर्ण समर्थन या मदद की मांग कर रहे हों। हालांकि, यह स्पष्ट हो गया कि यह वीडियो पूरी तरह से डिजिटल रूप से मॉडिफाई किया गया था और इसमें डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल किया गया था।
कैसे हुआ यह साइबर अटैक?
HUD एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि उनकी टीवी स्क्रीन और इंटर्नल नेटवर्क को किसी ने हैक कर लिया था। शुरुआती जांच में यह सुनियोजित साइबर हमला लग रहा है, जिसे अमेरिका के अंदर या बाहर से किसी समूह ने अंजाम दिया हो सकता है।
सरकार की प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस और साइबर सिक्योरिटी एजेंसियों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। अमेरिकी प्रशासन ने इसे “फेक न्यूज फैलाने की गंभीर साजिश” करार दिया और जनता को **इस तरह के भ्रामक वीडियो से सतर्क रहने की सलाह दी।
क्या हो सकते हैं इसके पीछे के मकसद?
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस वीडियो को वायरल करके राजनीतिक माहौल को भड़काने और ट्रंप की छवि खराब करने की कोशिश की गई है। 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के बाद ट्रंप और मस्क की बढ़ती नजदीकियों को देखते हुए, यह वीडियो उनके रिश्ते को लेकर गलतफहमियां पैदा करने की एक साजिश हो सकता है।
निष्कर्ष
यह घटना यह साबित करती है कि डीपफेक तकनीक किस हद तक राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता को प्रभावित कर सकती है विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि किसी भी वायरल वीडियो पर भरोसा करने से पहले फैक्ट-चेकिंग जरूर करें।